महासचिव अखिल भारतीय बैंक ऑफ़ इंडिया अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग एम्पलाइज एसोसिएशन उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड
साथियों,
जय भीम ! नमो बुद्धाय !!
भारतीय बैंकों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के कर्मचारियों की स्थिति एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जिस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। ऑल इंडिया बैंक ऑफ इंडिया एससी एसटी ओबीसी एम्प्लॉइज एसोसिएशन के महासचिव के रूप में, मैं इस मुद्दे पर अपने विचार साझा करना चाहता हूं।
भारतीय बैंकों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के कर्मचारियों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
भेदभाव और रूढ़िवादिता: अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के कर्मचारियों को अक्सर भेदभाव और रूढ़िवादिता का सामना करना पड़ता है, जो उनके करियर की प्रगति को प्रभावित कर सकता है।
प्रतिनिधित्व की कमी: अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के कर्मचारियों को अक्सर निर्णय लेने वाली पदों पर प्रतिनिधित्व की कमी होती है, जिससे उनकी आवाज़ सुनी नहीं जा सकती।
सीमित अवसर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के कर्मचारियों को अक्सर सीमित अवसर मिलते हैं जो उनके करियर की प्रगति को प्रभावित कर सकते हैं।
इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए, हमें मजबूत कदम उठाने होंगे:
नीतियों का कार्यान्वयन हमें सुनिश्चित करना होगा कि बैंकों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के कर्मचारियों के लिए समान अवसर प्रदान करने वाली नीतियों का कार्यान्वयन किया जाए।
प्रशिक्षण और विकास: हमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के कर्मचारियों को प्रशिक्षण और विकास के अवसर प्रदान करने होंगे ताकि वे अपने करियर में आगे बढ़ सकें।
प्रतिनिधित्व बढ़ाना: हमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के कर्मचारियों को निर्णय लेने वाली पदों पर प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए काम करना होगा।
हमें बैंक ऑफ़ इंडिया में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के कर्मचारियों की स्थिति में सुधार करने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा। हमें सुनिश्चित करना होगा कि बैंकों में समान अवसर प्रदान करने वाली नीतियों का कार्यान्वयन किया जाए और अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के कर्मचारियों को प्रशिक्षण और विकास के अवसर प्रदान किए जाएं।